सिक्ख समाज ने निकाला भव्य नगर कीर्तन, दिखा आस्था का सैलाब
आगरा, 05 जनवरी। सरबस दानी गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व के मौके पर रविवार को शहर में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। आयोजन में शहर के समस्त 29 गुरुद्वारों के अलावा आसपास के शहरों और कस्बों की संगत की भी भागेदारी रही। नगर कीर्तन के दौरान आस्था का सैलाब उमड़ता रहा।
नगर कीर्तन गुरुद्वारा माईथान से शुरू होकर संत बाबा केहर सिंह बालूगंज पहुंचा, जहां प्रधान इंदरजीत सिंह गुजराल, राजिंदर सिंह मिट्ठू, अमरजीत सिंह सेठी एवं मनमोहन सिंह ने भव्य स्वागत किया।
नगर कीर्तन की आरम्भता अजायब सिंह टीटू ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के आगे अरदास करके की। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय के पुत्र आलौकिक उपाध्याय एवं उनकी पत्नी प्रीति उपाध्याय ने
श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप को भव्य सजी हुई पालकी में पहुंचाया।
नगर कीर्तन में सबसे आगे कमांडर की जीप हरमिंदर सिंह पाली, रविंदर सिंह ओबरॉय एवं पाली सेठी ने गुरुद्वारा माई थान एवं सिक्ख इतिहास की जानकारी एवं पुस्तक शहर वासियों को देते हुए चल रहे थे ।
उसके पश्चात 21 घोड़ों पर नौजवान चल रहे रहे।
उसके पश्चात सैकड़ों की संख्या में दोपहिया वाहनों पर नौजवान जय जय कारे लगाते हुए चल रहे थे।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रछाया में निकले नगर कीर्तन की अगुवाई पांच प्यारे कर रहे थे। धर्मावलंबी पुरुष केसरिया पगड़ी में थे तो महिलाएं पीली चुन्नी धारण किए हुए थीं। नौजवानों का एक जत्था हरपाल सिंह और प्रवीन अरोरा की अगुवाई में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की सवारी के आगे झाड़ू एवं फूलों की सेवा करते हुए चल रहा था। समूचे नगर कीर्तन मार्ग पर जगह-जगह खाने के स्टॉल लगाए गए, जहां नगर कीर्तन में शामिल संगत की सेवा की जा रही थी।
गुरुद्वारा नानकपाड़ा के जीतू बागड़ी के निर्देशन में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की सवारी एवं पांच प्यारों की सेवा गुरुद्वारा नानकपाड़ा की ओर से की जा रही थी। इसी गुरुद्वारे की ओर से बच्चों की कई झांकियां अपनी प्रस्तुति देती चल रही थीं। डीवी संतोख सिंह खालसा स्कूल, श्री गुरु तेग बहादुर हाईस्कूल के अलावा कई स्कूलों के बच्चे नगर कीर्तन में शामिल थे। नगर कीर्तन में शामिल नगर निगम की स्वच्छ भारत मिशन की गाड़ी स्वच्छता का संदेश देते हुए चल रही थी।
नगर कीर्तन में समूचे मार्ग पर रंजीत अखाड़े के वीरों ने प्राचीन सिख मार्शल आर्ट गतका का शानदार प्रदर्शन किया। पांच वर्ष की उम्र के बच्चों से लेकर 18 वर्ष तक के नौजवानों ने गतका प्रदर्शन में पैंतरेबाजी, तलवार, ढाल, दोधारी तलवार, कटार, खंजर, भाला, बरछा, खुखरी, नेजा, गोला, कांटेदार गोला, चक्र, दस फुटी तलवार समेत अन्य प्राचीन शस्त्रों का इतना शानदार प्रदर्शन किया कि देखने वालों ने दांतों तले उंगलियां दबा लीं। यही नहीं रंजीत अखाड़े में प्रशिक्षित छोटी-छोटी बालिकाओं ने भी प्राचीन युद्ध कला का प्रदर्शन कर सभी को वाह-वाह करने को मजबूर कर दिया। नगर कीर्तन में प्रशासन और पुलिस तथा नगर निगम की ओर से हर तरह के इंतजाम किए गए थे।
नगर कीर्तन में शामिल प्रमुख लोगों में गुरुद्वारा गुरु का ताल के मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह, केंद्र सरकार की ओर से बलजीत सिंह, श्री गुरु सिंह सभा माईथान के प्रधान कंवलदीप सिंह, शहर के 29 गुरुद्वारों के प्रधान, चेयरमैन परमात्मा सिंह, गुरुद्वारा गुरु का ताल के जत्थेदार राजेंद्र सिंह इंदौरिया, जगदीप सिंह, वात्सल्य उपाध्याय, राना रंजीत सिंह, बंटी ग्रोवर, ज्ञानी कुलविंदर सिंह, पाली सेठी, हरमिंदर सिंह पाली, महंत हरपाल सिंह, अमरजीत सिंह सेठी, बलजीत सिंह लाडी, रशपाल सिंह, सतविंदर सिंह, अजीत सिंह, जसबीर सिंह, बादल सिंह, अमरीक सिंह, महंत हरपाल सिंह, ग्रंथी अजायब सिंह, हरबंस सिंह, वीरेश सिंह आदि थे।
नगर कीर्तन में गुरुद्वारा माई थान के प्रधान कंवल दीप सिंह,समन्वयक बंटी ग्रोवर,वीरेंद्र सिंह,परमात्मा सिंह व्यवस्था प्रमुख,राजदीप सिंह,हरपाल सिंह,मन्नू महाजन,परमजीत सिंह मक्कड़, बंटी चावला, श्याम भोजवानी आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
नगर कीर्तन पर सुलह कुल की नगरी का छाप भी दिखी हर समाज ने बढ़चढ़ कर नगर कीर्तन में भागीदारी की।
विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल द्वारा घटिया, सदर भट्टी, बालूगंज पर विभाग प्रचारक आनंद, सुनील दीक्षित, दिग्विजय नाथ तिवारी, राजेश कुमार, मिक्की ओवरॉय, अनूप वर्मा एवं मुकुल गुलजार द्वारा स्वागत किया गया।
भारतीय मुस्लिम परिषद, उत्तर प्रदेश सर्वदलीय मुस्लिम एक्शन कमेटी, खिदमत उल अवाम वेलफेयर सोसायटी, अमन कमेटी तकिया वजीर खान एवं आल इंडिया मुस्लिम इतिहाद कमेटी ने भी भागीदारी निभाई।
____________________________________
Post a Comment
0 Comments