मां और चाचा को आपत्तिजनक हालत में देखना मासूम के लिए बन गया काल, दोनों ने मिलकर ली रौनक की जान, पुलिस के सामने करते रहे नाटक!

आगरा, 03 दिसम्बर। थाना पिनाहट क्षेत्र के नयापुरा मोहल्ले में आठ वर्षीय रौनक की हत्या उसी के चाचा ने की थी और इस जघन्य कांड में रौनक की मां की भी सहमति थी। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए यह दावा किया। आरोपी मां और चाचा को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, रौनक की हत्या उसकी मां और चाचा ने मिलकर की थी। मां के देवर के साथ अवैध संबंध थे। रौनक ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। उन्हें डर था कि वह सबको बता देगा। इसलिए कपड़े धोने वाली मोगरी से सिर पर हमला कर उसे मार डाला। इसके बाद लाश को छत पर छुपा दिया। फिर दोनों पुलिस और घर वालों ने सामने रोने का नाटक करते रहे। 
नया गांव निवासी करन सिंह का बेटा रौनक शुक्रवार 29 नवंबर की शाम अचानक घर के बाहर से लापता हो गया। परिजनों ने बच्चे की तलाश की और नहीं मिलने पर गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कराई। तीन बाद सोमवार को सुबह करीब साढ़े छह बजे घर के पीछे बोरे में एक लाश मिली। खोलकर देखा, तो उसमें रौनक का शव था। शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। सिर से खून बह रहा था।
डीसीपी पूर्वी अतुल शर्मा ने मीडिया को बताया कि पुलिस को चाचा भानु के घर की छत व सीढ़ियों पर भी खून मिला था। ऐसे में चाचा शक के दायरे में आ गया। जिस दिन बच्चा गायब हुआ था, उस दिन भानु ने ही सबसे पहले बच्चे के लापता होने की बात कही थी। वह बार-बार कह रहा था कि बच्चे का अपहरण हुआ है।
पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाने के बाद चाचा को पूछताछ के लिए बुलाया। पहले तो वो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा। लेकिन, पंद्रह मिनट की पूछताछ में टूट गया और गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसके और भाभी यशोदा के बीच अवैध संबंध थे।
दोपहर करीब चार बजे भतीजे रौनक ने उन्हें कमरे में आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इससे दोनों घबरा गए। कमरे के बाहर ही कपड़े धोने की मोगरी पड़ी थी। उसने रौनक के सिर में मारी। एक प्रहार में ही वह गिर पड़ा। इसके बाद उसने लगातार छह-सात वार किए। जब बच्चा मर गया, तो उसके शव को छत पर ले जाकर लकड़ी और भूसे के गठ्ठर के नीचे छिपा दिया।
शव को छत पर ही छिपाए रखा। रविवार को रौनक के पिता ने घर में कहा कि सोमवार को वह पुलिस कमिश्नर से मिलने जाएगा, ताकि डॉग स्क्वायड को भेजा जा सके। यह बात यशोदा ने अपने देवर भानु को बताई। उनको लगा कि डॉग स्क्वायड आया तो शव का पता चल जाएगा। इसलिए दोनों ने शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। सोमवार सुबह चार बजे मां यशोदा छत पर गई। चाचा मकान के नीचे खड़ा हो गया। रस्सी से शव को बांधकर नीचे उतारा। इसके बाद शव को गली में छोड़कर दोनों वापस घर आ गए।
बच्चे की हत्या के बाद मां और चाचा घर वाले और पुलिस के सामने नाटक करते रहे। चाचा घरवालों के साथ बच्चे को तलाशने का नाटक करता रहा। मां भी सभी लोगों को गुमराह करती रही। बच्चे का शव मिलने के बाद भी वह रोने का नाटक करती रही। चाचा के कबूलनामे के बाद पुलिस ने यशोदा को भी गिरफ्तार कर लिया।
______________________________________





ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments