फर्जी बैनामा कराने वाले पांच आरोपी गिरफ्तार, निबंधन विभाग में खलबली

आगरा, 23 जनवरी। कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर फर्जी बैनामा कराने वाले पांच आरोपियों को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में ग्यारह आरोपी नामजद हैं, जिनमें से एक पहले से ही जेल में बंद है और एक अन्य की मौत हो चुकी है। शेष आरोपियों की तलाश की जा रही है।
फर्जी बैनामा मामला उजागर होने के बाद निबंधन विभाग में खलबली मची हुई है। जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी के निर्देशन पर हुई जांच में एआईजी स्टांप एसके सिंह और उपनिबंधक नीतू गोला भी दोषी माना गया है। 
एसआईटी द्वारा पकड़े गए लोगों में रिटायर्ड रिकार्ड कीपर देवदत्त शर्मा, ताजगंज-बसई खुर्द निवासी ब्रजेश दुबे, आवास विकास सेक्टर चार निवासी सुमित अग्रवाल, राजामंडी निवासी भानू रावत और बाह निवासी राजकुमार शामिल हैं। इनके पास से फर्जी दस्तावेज और एक लैपटॉप बरामद किया गया। वे फर्जी आधार कार्ड भी तैयार कर लेते थे और फर्जी दस्तावेज असली बैनामों में लगा देते थे।
सदर तहसील स्थित निबंधन विभाग में पांच सब रजिस्ट्रार के यहां जमीनों के बैनामे होते हैं। इन बैनामों को रिकॉर्ड रूम में रखा जाता है। आरोप है कि रिकॉर्ड से पन्ने फाड़कर, मूल बैनामा गायब कर उनकी जगह फर्जी एग्रीमेंट व अन्य दस्तावेज लगा दिए गए हैं।
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी की पहल पर विगत 21 जनवरी को शाहगंज थाने में ग्यारह लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी, कूटरचित प्रपत्र तैयार करने, आपराधिक षडयंत्र की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था। एक आरोपी सत्यप्रकाश की मौत हो चुकी है। एक अन्य आरोपी आवास विकास सेक्टर पांच निवासी प्रशांत शर्मा पहले से जेल में बंद हैं। पुलिस को अब ताजगंज के बसई खुर्द निवासी श्यामलाल शर्मा, शमसाबाद निवासी शिवचरण, लोहामंडी निवासी प्रबल प्रताप और इंदिरापुरम निवासी प्रशांत की और तलाश है।
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