गुजरात की कंपनी आगरा में लागू कराएगी हीट एक्शन प्लान, अत्यधिक गर्मी से बचने के उपाय किए जाएंगे
आगरा, 23 जनवरी। हीट एक्शन प्लान लागू होने से जिले में मृत्युदर 30 प्रतिशत कम हो जाएगी। यह दावा है इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ गुजरात के हेड प्रोफेसर महावीर गोलेच्छा का। गुरुवार को यहां नगर निगम कार्यकारिणी कक्षा में शहर के प्रमुख शिक्षण संस्थानों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक में उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में अहमदाबाद में हीट स्ट्रोक बहुत तेजी से आया था 45 डिग्री तापमान हो जाने के कारण मई और जून के महीने में मृत्यु दर बहुत तेजी से बढ़ गई थी। इसके बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में हीट एक्शन प्लान बनाने का निर्देश गांधीनगर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ को दिया था। इस साल यूपी के चार शहरों आगरा, प्रयागराज, झांसी और लखनऊ को को चुना गया है।
प्रोफेसर गोलेच्छा ने बताया कि सर्वे करने पर पता चला है कि इस साल जिले में मई और जून के महीने में 70 दिन आगरा का तापमान 45 डिग्री से भी अधिक रहा, जिसके कारण तमाम बीमारियां और मृत्यु दर यहां ज्यादा रही। हमने आगरा नगर निगम के साथ हीट स्ट्रोक रोकने के लिए प्लानिंग शुरू कर दी है। इसमें तय किया गया है कि हीट स्ट्रोक आने पर रेड अलर्ट जारी किया जाएगा।
निगम की ओर से नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे जो सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर लोगों को जागरूक करेंगे। इसमें सबसे ज्यादा फोकस स्कूलों पर दिया जा रहा है। स्कूलों के प्रबंध तंत्र को निर्देश दिया गया है कि वह हर एक घंटे बाद वॉटर बैल का प्रयोग करें जिसमें बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने के लिए प्रेरित किया जाए और बच्चे अपने घरों पर पहुंचकर अपने परिवार के लोगों को भी ज्यादा पानी पीने के लिए जागरूक करें। स्कूलों का टाइमिंग भी सुबह के समय का ही रखा जाए। बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को नमक मिला हुआ पानी या ओआरएस का घोल दिया जाए। बैठक में हीट स्ट्रोक से बचने के कई अन्य उपाय भी बताए गए।
इस मौके पर अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र कुमार यादव, स्वच्छता अभियान के समन्वयक बलजीत सिंह, बाग फरजाना के पार्षद शरद चौहान, लीडर्स आगरा के महामंत्री सुनील जैन, नगर निगम की ब्रांड एंबेसडर अंजू कुमारी सहित प्रमुख स्कूलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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