Agra News: खबरें आगरा की....
आगरा, 24 जनवरी। कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन (कैट) की जिला टीम ने शुक्रवार को नवागत मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह से शिष्टाचार भेंट की।जिलाध्यक्ष रोहित कत्याल, संजय अरोरा, स्वीटी कालरा, सोनू कक्कड़, संजय ढींगरा, चन्द्र वीर सिंह फौजदार आदि ने स्मार्ट सिटी, आगरा मेट्रो, ताज महोत्सव, सरकारी कार्यक्रमों में व्यापारियों की हिस्सेदारी, व्यापारियों की सुरक्षा के मुद्दे उनके समक्ष रखे।
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आगरा, 24 जनवरी। स्टेट जीएसटी भवन, जयपुर हाउस में शुक्रवार को व्यापारियों की जीएसटी से जुड़ी समस्याओं को सुनने और उनके समाधान पर चर्चा के लिए संवाद बैठक का आयोजन किया गया।
इस बैठक के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष एवं राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त राकेश गर्ग थे। एडिशनल कमिश्नर मारुति चरण चौबे, अंजनी कुमार अग्रवाल, जॉइंट कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर ,कर अधिकारी आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।
मारुति चरण चौबे ने आश्वासन दिया कि जीएसटी विभाग व्यापारियों के साथ हमेशा सहयोगात्मक रवैया अपनाएगा। बैठक में विजय गुप्ता ने भी विचार रखे। इस अवसर पर दिनेश अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, जय पुरसनानी, मयंक अग्रवाल, अरविंद शुक्ला, विजय सामा, राजीव बंसल भी मौजूद रहे।
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जनसेवा केंद्र संचालक और महिला पार्षद के बीच विवाद, पार्षद ने लगाया धोखाधड़ी का आरोप तो संचालक ने भी लगाया लूट का आरोप
आगरा, 24 जनवरी। शाहगंज-बोदला रोड पर जन सुविधा केंद्र के संचालक और महिला पार्षद के बीच विवाद हो गया है। पार्षद ने संचालक पर उनके नाम की नकली मुहर को प्रयोग करने का आरोप लगाया, जबकि संचालक ने इससे इनकार करते हुए पार्षद पर चौथ मांगने और मारपीट व लूट करने का आरोप लगा दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पार्षद की शिकायत पर जनसेवा केंद्र संचालक के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया, जबकि संचालक का कहना है कि वह भी मुकदमा दर्ज कराने पहुंचा था, लेकिन पुलिस ने टहला दिया। अब वह पुलिस कमिश्नर की शरण में पहुंचा है।
जनसेवा केंद्र के संचालक यशपाल सिंह का कहना है कि उनकी काव्या जनसेवा केंद्र के नाम से दुकान है। विगत 16 जनवरी को उनकी दुकान पर पार्षद मीनाक्षी वर्मा, अपने बेटे पीयूष, पति संतोषी लाल वर्मा व 4-5 अन्य लोगों के साथ पहुंची थीं। दुकान में आते ही उन्होंने उनके नाम की मुहर किसी व्यक्ति के कागज पर लगाने की बात कही। यशपाल कुछ समझ पाते तब तक उनके साथ आए व्यक्तियों ने मारपीट शुरू कर दी। पार्षद बार-बार मुहर मांग रही थीं, जबकि उनके पास कोई मुहर नहीं थी। आरोप है कि वे उनकी दुकान से साढ़े सात हजार रुपये और उनके कागज व सामान लूट ले गए। यशपाल का कहना है कि पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद है। इसके बाद भी पुलिस ने उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी, बल्कि उनका ही चालान कर दिया। केंद्र संचालक का आरोप है कि पार्षद की ओर से जनसेवा केंद्र चलाने के एवज में 10 हजार रुपये की चौथ की मांग गई।
उधर पार्षद का कहना है कि जन सेवा केंद्र संचालक उनके नाम की फर्जी मुहर बनाकर लगा रहा था। उनकी ओर से इस संबंध में पुलिस से शिकायत की गई थी। धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।
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