साथी के जहर खाने पर नगर निगम कर्मियों में उबाल
आगरा, 25 मई। साथी कर्मचारी द्वारा भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जहर खा लेने के बाद से नगर निगम के तमाम कर्मचारी उद्वेलित हैं। कर्मचारियों ने आज गुरुवार को निगम परिसर में विरोध प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों पर कर्मचारियों के शोषण का आरोप लगाया।
उनका कहना है कि इसी वजह से एक कर्मचारी ने बुधवार को अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए आत्महत्या जैसा घातक कदम उठाया। कर्मचारियों का शोषण इतना बढ़ गया है कि अवसाद के चलते कर्मचारी इस तरह के कृत्य करने को मजबूर हैं।
नगर निगम कर्मचारी संघ के नेता विनोद इलाहाबादी ने कहा कि हम नगर आयुक्त से पूछने आए हैं कि आखिर नगर निगम द्वारा आरोपी अधिकारियों के खिलाफ क्या कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
विनोद इलाहाबादी ने बताया कि नगर निगम के तीन सफाई कर्मचारियों ने चाय के लिए दस रुपये मांगे तो उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई। दूसरी तरफ सेनेटरी इंस्पेक्टर द्वारा 25 लाख रुपये के भ्रष्टाचार की शिकायत की गई अभी तक उन पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। 28 साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक सफाई कर्मचारियों की पदोन्नति नहीं की गई, जबकि कई बार प्रत्यावेदन दिए हैं। नगर आयुक्त ने 15 मई तक मांग पूरी करने के आदेश दिए थे लेकिन 25 मई हो चुकी है अभी तक इस दिशा में कोई भी निर्देश नहीं दिए।
अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि कल जानकारी में आया था कि एक नगर निगम के कर्मचारी ने आत्महत्या का प्रयास किया था। सोशल मीडिया पर एक पत्र भी वायरल हुआ था। जिसमें दो अधिकारियों पर रिश्वत के आरोप लगाए गए और किसी संजय गुप्ता द्वारा नगर निगम के अधिकारियों से काम करवाने के आरोप भी लगे थे। जिसमें सभी को नोटिस जारी किया है। साथ ही संजय गुप्ता ने अपना पक्ष दिया है और दोनों अधिकारी भी अपना पक्ष रखने आ रहे हैं जो भी उचित कार्रवाई होगी की जाएगी।
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