मेयर ने एई सोमेश के खिलाफ शासन से शिकायत करते हुए नगरायुक्त की कार्यशैली पर भी खड़े किए सवाल

आगरा, 25 फरवरी। बीते कुछ दिनों से विवादों में फंसे नगर निगम के सहायक अभियंता सोमेश कुमार का मामला शासन तक पहुंच गया है। महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने मंगलवार को नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव को सोमेश के खिलाफ जांच कराने व अनुशासनात्मक कार्रवाई कराए जाने के लिए पत्र लिखा। उन्होंने नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल पर भी भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं में शामिल होने वाले निगम के अधिकारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया।
महापौर ने प्रमुख सचिव को लिखे पत्र में कहा कि नगर निगम के पार्षदगणों द्वारा अवगत कराया गया है कि यहां तैनात सहायक अभियन्ता सोमेश कुमार द्वारा व्यापक अनियमिततायें की जा रही हैं तथा अन्य अवर अभियन्ताओं के कार्यक्षेत्र में कार्यों में अनधिकृत तरीके से निजी स्वार्थवश अवर अभियन्ताओं के हस्ताक्षर करते हुए भ्रष्टाचार करते हुए नगर निगम को आर्थिक क्षति पहुँचायी जा रही है। पत्र में उच्च स्तरीय जाँच कराने एवं अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का आग्रह किया गया है।
पार्षदों को पिस्तौल दिखाकर धमकी देने का आरोप
महापौर ने पत्र में लिखा कि पार्षदों द्वारा अवगत कराया गया कि एई सोमेश से कार्य को गुणवत्तापरक एवं मानकों के अनुरूप कराये जाने के लिए ठेकेदारों की शिकायतें करने पर उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए पिस्तौल दिखाकर धमकी दी जा चुकी हैं, जबकि किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को अपने कार्यालय में हथियार लाना पूर्णरूप से वर्जित है, इनका कमीशनखोरी के चक्कर में आये दिन किसी न किसी से विवाद होता रहता है जिसके सम्बन्ध में समाचार पत्रों में भी खबर प्रकाशित हो चुकी हैं।
जनकपुरी महोत्सव में चहेते ठेकेदारों को कराया तीन गुना भुगतान
पत्र में आरोप लगाया गया है कि एई सोमेश कुमार द्वारा हरीपर्वत जोन, लोहामन्डी जोन एवं ताजगंज जोन में माह अक्टूबर, नवम्बर, 2024 में ठेकेदारों की एम.वी. व बिलों पर अवर अभियन्ता की हैसियत से अपने हस्ताक्षर किये गये, जबकि उन क्षेत्रों में अन्य अवर अभियन्ताओं द्वारा कार्य देखा जा रहा था। नगर निगम द्वारा जनकपुरी महोत्सव 2024 में कराये गये कार्यों में इनके द्वारा प्रत्येक कार्य के दो से तीन गुने आगणन तैयार कराकर अपने चहेते ठेकेदारों को भुगतान कराकर नगर निगम को लाखों की भारी क्षति पहुँचायी, इस सम्बन्ध में पार्षदों द्वारा ठेकेदारों की एमवी, आगणन, बिलों की छाया प्रति उपलब्ध कराई गई है। 
व्यापारियों से मारपीट में दोषी पाए जाने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
लोहामंडी में व्यापारियों से मारपीट करने के मामले में महापौर के पत्र के बाद नगरायुक्त ने अपर नगरायुक्त को जांच सौपी। जांच रिपोर्ट में कहा गया कि एई सोमेश व ठेकेदार प्रशांत पालीवाल ने नगर निगम के बाउंसरों के साथ व्यापारियों को पीटा व महिलाओं से बदसलूकी की गई। इससे पहले भी एई सोमेश कुमार व ठेकेदार प्रशांत पालीवाल द्वारा व्यापारियों को प्रतिदिन धमकाया और अपशब्दों का प्रयोग किया जाता था। महापौर द्वारा इस संबंध में नगरायुक्त से पत्राचार के लिए कई पत्र लिखे। इसके बाद में नगरायुक्त ने पत्रों का जवाब देते हुए बताया कि महापौर के पत्रों के कम में अनुपालन की कार्यवाही कर दी गयी है, जबकि नगरायुक्त द्वारा आदेश जारी नहीं किया गया और न ही जारी आदेश की प्रति महापौर को भेजी गई। 
नगरायुक्त पर लगाया भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का आरोप
महापौर ने शासन को लिखे पत्र में कहा कि नगर आयुक्त की इस कार्यप्रणाली से यह स्पष्ट हो रहा है कि गलत कार्यों में नगर आयुक्त का सोमेश कुमार को संरक्षण प्राप्त है। महापौर द्वारा एई सोमेश के विरुद्ध की गई कार्रवाई के आदेश की प्रतियों उपलब्ध कराये जाने हेतु भी पत्र लिखा गया लेकिन अब तक कोई आदेश की प्रति जारी नहीं की गई है। महापौर ने ऐसे में नगर आयुक्त अंकित खण्डेलवाल पर नगर निगम में भ्रष्टारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। महापौर ने लिखा है कि नगरायुक्त के ऐसे आचरण से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलन्द हैं और नगर निगम की छवि धूमिल हो रही है।
महापौर ने प्रमुख सचिव से एई सोमेश कुमार के कृत्यों की जांच कराने तक उनका ट्रांसफर कराने की मांग की है। सोमेश कुमार आगरा मंडल में 12 वर्षों से तैनात है। 31 जनवरी, 2024 को सोमेश कुमार को अवर अभियंता से सहायक अभियंता के पद पर पदोन्नति मिली। पदोन्नति से पूर्व सोमेश कुमार अवर अभियन्ता (सिविल) के पद पर लगभग आठ वर्षों से आगरा में तैनात हैं तथा इससे पूर्व नगर निगम फिरोजाबाद में भी कई वर्ष रह चुके हैं। इस प्रकार इनको आगरा मण्डल में लगभग 12 वर्ष हो चुके हैं।
इस पूरे प्रकरण पर नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
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