अडानी प्रकरण: यह कार्य अमेरिका की बड़ी स्टॉक ट्रेडिंग कंपनियाँ करती हैं, हमारे देश के अपरिपक्व नेताओं को समझना चाहिए
आगरा, 25 नवम्बर। एक अमेरिकी अदालत द्वारा भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी और अन्य के खिलाफ रिश्वत मामले में अभियोग दर्ज किए जाने और इस मामले को लेकर सोमवार को भारतीय संसद में विपक्ष द्वारा हंगामा खड़ा किए जाने पर शहर के फुटवियर निर्यातक और सामाजिक चिंतक पूरन डावर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
डावर ने कहा, "राजनीति में किस तरह गुमराह किया जाता है राहुल गांधी अपनी ही पार्टी के लिए किस तरह समस्या खड़ी करते हैं। वे अडानी का रोना लगातार रो रहे हैं। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता भारत में सरकारी पॉवर टेंडर हासिल करने में लेन-देन होता है अमेरिका में भी होता है अमेरिका में इसे लॉबिंग कहते हैं। बाक़ायदा बैलेंस शीट में इस मद में बड़ा पैसा खर्च में दिखाया जाता है। लेकिन ये आरोप किन सरकारों पर है सारी कांग्रेस या कांग्रेस समर्थित सरकारें हैं।"
उन्होंने कहा, "ये आरोप न्यूयॉर्क की एक साउथ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में लगाये गये हैं। ज़ाहिर कोई निवेशक तो कोर्ट जाएगा नहीं क्योंकि अडानी के शेयर गिरने पर नुक़सान उन्हीं का होगा। यह कार्य अमेरिका की बड़ी स्टॉक ट्रेडिंग कंपनियाँ करती हैं जो इसी तरह शेयर गिराकर इन्ही शेयरों को सस्ते दाम पर ख़रीदवाती हैं। शेयर बाज़ार में यह आम बात है कभी हिंडनबर्ग तो कभी सोरोस समर्थित और कोई कंपनी।
लेकिन भारत में कुछ अपरिपक्व नेता अपनी और अपने देश दोनों की जड़ें खोदने का काम करते हैं। अडानी को अल्प समय के लिए वास्तविक नहीं नॉशनल लॉस हो सकता है सीधे नुक़सान छोटे छोटे निवेशकों का होता है।"
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